Blogspot - manaskhatri.blogspot.com - Manas Khatri 'Mastana': Hasya Hindi-Poet and Writer!
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Latest News:
Mid के Mid deal… 13 Aug 2013 | 06:05 pm
Mid के ही Mid हो रही अब तो हर एक Deal, MidNight करने लगी देखो Mid Day Meal| देखो Mid Day Meal कहर बच्चों पर ढाती, ये पापी सरकार इसे खुद क्यों नहीं खाती?
“जूते” 19 Jul 2013 | 07:23 pm
दिल बेकरार है… 26 May 2013 | 02:41 pm
स्वप्न ने कराया चाँद से मेरा करार है, इकरारे मोहब्बत की लंबी कतार है| कहते हैं आसमान में बनती हैं जोड़ियाँ, फिर भी उन्ही की चाह में दिल बेकरार है||
गर्मी इतनी पड़ रही... 20 May 2013 | 12:20 am
हम सब तारे हैं… 3 Dec 2011 | 09:40 am
टिम-टिम करते आसमान के हम सब तारे हैं, मुट्ठी में हैं बंद ख्वाब अनगिनत हमारे हैं| आशाओं का बीज लिये फिरते रहते हैं, इसीलिये Mummy-Daddy के सबसे प्यारे हैं||
अब तो रहने दो... 3 Dec 2011 | 09:10 am
हमारे दो के सहारे दो, उन दो के हमारे दो| फिर उनके भी सपने दो, सपने ऐसे बढ़ने दो| बाते सबको कहने दो, दो.दो.दो.. कहने दो| 7 अरब हो गए भैया, अब तो बस रहने दो!!
भारत में शिक्षकों का… 4 Nov 2011 | 07:31 am
माँ-बाप से भी ऊँचा मान होता है| भारत में शिक्षकों का सम्मान होता है| प्यार से डाँट से या कभी इनकार से, शिष्यों के लिए शिक्षक वरदान होता है| मिट्टी को हीरा सा कोहिनूर बनाना, नींव के ईंटों में योगद...
देश के कर्णधार… 4 Nov 2011 | 07:27 am
देश के कर्णधार ही हैं जबसे लंगूर हो गए, आँख पे पट्टी रख गांधारी से मजबूर हो गए| बह रही हैं स्वार्थ की नदियाँ यहाँ पे दोस्तों, लोमड़ी की खातिर हम ही अंगूर हो गए||
मुहब्बत करने में… 4 Sep 2011 | 03:59 am
मुहब्बत करने में जनाब दोष नहीं होता, हर आशिक को तेरे अर्ज़ पर होश नहीं होता| फिर भी लहरें टकराती हैं आकर किनारे से, जानेमन! ‘मानस’ इससे बेहोश नहीं होता||
भ्रष्टाचारियों की शामत है… 18 Aug 2011 | 10:28 pm
‘अंग्रेज़ों’ के बाद अब ‘भ्रष्टाचारियों’ की होनी शामत है, ‘लोकपाल’ गर न पास हुआ तो होनी क़यामत है| जन -जन की आवाज आज राष्ट्र हित में ही उठी है, आवाज़ है बुलंद मेरी हिन्दुस्तान की निज़ामत है||