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Roshi: गए थे पिछले पखवारे सैर करने को बैंकाक ,पटाया मन था... 12 Mar 2013 | 08:46 pm
Roshi: गए थे पिछले पखवारे सैर करने को बैंकाक ,पटाया मन था...: गए थे पिछले पखवारे सैर करने को बैंकाक ,पटाया मन था उत्साह से लबरेज़ ,विदेश यात्रा ने था मन को लुभाया ढेरों ख्वाब ,अनगिनत सपने थे मन मे.....
Untitled 12 Mar 2013 | 08:30 pm
गए थे पिछले पखवारे सैर करने को बैंकाक ,पटाया मन था उत्साह से लबरेज़ ,विदेश यात्रा ने था मन को लुभाया ढेरों ख्वाब ,अनगिनत सपने थे मन में संजोये ,मन खूब था हर्षाया थोड़ी हकीकत ,और आधी अधूरी जानकारी भी...
Roshi: कब आया मधुमास और कब बीता मधुमास ?ना दीखी फूलती सर... 20 Feb 2013 | 10:39 pm
Roshi: कब आया मधुमास और कब बीता मधुमास ? ना दीखी फूलती सर...: कब आया मधुमास और कब बीता मधुमास ? ना दीखी फूलती सरसों ,ना भ्रमर की फूल को थी आस ना पीत बसन में थी कोई ,गोरी ना पिया मिलन की आस भोजन...
Untitled 20 Feb 2013 | 10:39 pm
कब आया मधुमास और कब बीता मधुमास ? ना दीखी फूलती सरसों ,ना भ्रमर की फूल को थी आस ना पीत बसन में थी कोई ,गोरी ना पिया मिलन की आस भोजन थाल में भी ना थी पीले ,केसरिया चावल की सुवास ना फूलता दीखा उपवन म...
Untitled 19 Feb 2013 | 10:32 pm
क्या बोलें ,?क्या लिखें समझ से है सब परे दिल और जज्बातों के पन्ने हैं सब के सब कोरे विष की चाशनी में लपेटकर शब्दों को परोसने की कला न सीख सके और रहे जिन्दगी की कक्षा में नाकामयाब बहु -भांति चाहा स...
Untitled 1 Jan 2013 | 12:28 am
ना कोई शब्द .ना कोई अलफ़ाज़ बचे हैं आज हमारे पास सब कुछ चिंदी -चिंदी उड़ गए ,बह गए समूचे दर्द के दरिया में थोडा -थोडा तो हम रोज़ मरती ही थी कुदरतन इस समाज में क्यूंकि हम लड़की जो जन्मी थी माँ के गर्...
प्यारी बिटिया 20 Dec 2012 | 08:56 am
सावन की बद्री में झूलो की बद्री में तुम याद बहुत आओगी बारिश की फुहारों में तृप्त करती बौछरो में तुम याद बहुत आओगी मेहंदी के बूंदों में रंग बिरंगे सूटों में तुम याद बहुत आओगी रंग बिरंगी चुनर में लहंगे...
बरसता सावन 30 Nov 2012 | 09:30 am
टिप -टिप गिरती बूंदों की आवाज़ कर रही थी यूँ रात्रि की निस्तब्धता भंग दूर कही कोई छेड़ रहा हो जलतरंग झींगुरों की सरसराहट भी बना देती है अद्भुत समां कोई है मदमस्त सावन की रूमानियत में किसी का होश ...
नव बर्ष 30 Nov 2012 | 09:28 am
यूँ तो नववर्ष मानते आये हैं हम हर बार, हर साल नया शहर, नया परिवेश और नए रूप धारण करते हैं हर बार, खूब धूम धड़ाका, आतिश बाजी, कॉकटेल, पार्टियाँ करते हैं हर साल , नए सपने नए ख्वाब, नयी खुशियों से लवरेज...
सोनाली हो या हो मलाला .............. 28 Nov 2012 | 08:55 pm
विगत दिवस कौन बनेगा करोडपति में और सोनी टी,वी पर प्रसारित कार्यक्रम क्राइम पेट्रोल में सोनाली की दर्द भरी दास्ताँ सुनकर रोंगटे खड़े हो गए और कुछ लिखने को विवश हो गए क्या गुनाह था उस मासूम ,निश्छल ,अबो...